कुछ धन- लोलुप स्वार्थियों ने, कारनामे कर डाले कुछ एक काले। कुछ धन- लोलुप स्वार्थियों ने, कारनामे कर डाले कुछ एक काले।
देख न ले कोई, मिटाता हूं, तस्वीर तेरी बना कर। देख न ले कोई, मिटाता हूं, तस्वीर तेरी बना कर।
न सुबह अपनी न शाम अपनी दिन न जाने कहाँ खो गया ? न सुबह अपनी न शाम अपनी दिन न जाने कहाँ खो गया ?
आलस-सुस्ती को तजकर, ध्यान से सफलता पाएं, विशिष्ट आप हैं विशेष योजनाएं बनाएं। आलस-सुस्ती को तजकर, ध्यान से सफलता पाएं, विशिष्ट आप हैं विशेष योजनाएं बनाएं।
इस जग में हैं विशिष्ट आप और है विशिष्ट काम आपका इस जग में हैं विशिष्ट आप और है विशिष्ट काम आपका
तू क्यों सुनता है किसी की, कर ना अपने मन की। तू क्यों सुनता है किसी की, कर ना अपने मन की।